एक लड़की से मेरी दोस्ती facebook से हुई। कुछ ही दिनों में हम ठुकाई की बातें करने लगे। एक दिन उसने मुझे अपने घर बुलाया।
मेरा नाम अशोक है, यह नाम बदला हुआ है।
मैं गाजियाबाद का रहने वाला हूँ और कदकाठी से स्लिम हूं। अभी 23 साल का हूँ और मैं 5 फुट 3 इंच का हूँ।
लड़कियों की उत्सुकता के लिए बता दूँ कि मैं उन सबकी चूत के लिए एक मस्त लंड का मालिक हूँ। मेरा लंड 6 इंच लंबा और ढाई इंच मोटा है।
अब मैं मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में बताता हूँ जिसे मैंने Xxx facebook गर्ल ठुकाई कहानी में चोदा।
उसका नाम सोनाली है। ये भी बदला हुआ नाम है।
सोनाली दिल्ली से है, वो नाटे कद की 4 फुट 10 इंच की लड़की है। उसका शरीर एकदम भरा हुआ है। वो 34-32-36 की फिगर वाली है।
उसका शरीर एकदम मस्त है, जो भी उसे देखता है, उसका लंड खड़ा हो जाता है।
मुझे वो facebook पर मिली थी।
पहले हमारी दोस्ती हुई। धीरे धीरे हम दोनों में मेल-जोल बढ़ा।
हम शुरू में जब मिले थे तो एक दूसरे को अपनी अपनी दुःख भरी कहानी सुनाते थे।
सोनाली से पहले मेरी एक GF थी, तो मैं उसकी वजह से काफी दुखी रहता था। सोनाली को मैं अपने अतीत के बारे में सब कुछ बता देना चाहता था, उसे किसी भी भुलावे में नहीं रखना चाहता था।
वो भी मेरे साथ एकदम ईमानदारी वाली दोस्ती रखना चाहती थी इसलिए वो भी मेरे साथ खुल कर अपने अतीत को साझा कर रही थी।
हम दोनों के ही जीवन में किसी न किसी से जिस्मानी सम्बन्ध रह चुके थे तो किसी तरह के छुपाव की जरूरत नहीं थी।
जब सोनाली ने मुझे एक सच्चे दोस्त की तरह से सहयोग दिया तो मैं उसके लिए दीवाना सा हो गया था।
कुछ ही समय में हम दोनों तो जैसे दूध और पानी से घुल-मिल गए थे।
धीरे धीरे हम दोनों में दोस्ती काफी गहरी हो गई, हमारे बीच ठुकाई की बातें भी शुरू हो गईं।
एक दिन हम दोनों फोन पर ठुकाई चैट कर रहे थे।
सोनाली ने मुझसे वीडियो कॉल करने का कहा।
मैंने झट से उसे वीडियो कॉल लगा दिया।
मैं उस वक्त एक स्पोर्ट बनियान में था; इसमें से मेरे मसल्स दिख रहे थे।
मेरा चौड़ा सीना देख कर सोनाली एकदम से बौरा गई और उसकी वासना उस पर हावी होने लगी।
वो मुझसे मजाक करने लगी और मैं भी उसके साथ खुलने लगा।
उसने कहा- अपनी बनियान उतारो, मुझे देखना है कि तुम्हारा सीना कैसा लगता है?
मैंने सीना फुलाते हुए कहा- सीना तो ऐसे भी दिख रहा है … लो देखो।
वो कहने लगी- नहीं, मुझे बिना बनियान के देखना है।
मैंने अपनी बनियान उतार दी।
मेरे निप्पल उसकी आंखों को वासना से लाल करने लगे।
वो मेरी छाती की घुंडियों को देख कर बोली- जरा अपनी एक घुंडी को मसल कर दिखाना?
मैंने कहा- क्यों … ऐसे में सही नहीं लग रही हैं क्या?
वो हंसी और बोली- प्लीज़ करो ना!
मैंने अपनी एक घुंडी को हाथ की उंगलियों से सहलाया और उसे पकड़ कर खींचने लगा।
मेरी घुंडी एकदम से कड़क होकर उसके सामने तन गई।
वो बोली- वाओ यार क्या दूध हैं तुम्हारे?
मैंने कहा- अबे दूध तो तेरे पास हैं मेरे पास तो टोंटी है। उसमें से दही निकलता है।
वो समझ गई मगर उसके दिमाग में अब शैतानी भी घुस गई थी।
वो नासमझ बनती हुई बोली- ऐसी कौन सी टोंटी है तुम्हारे पास, जिसमें से दही निकलता है!
मैंने अपने हाथ से अपना लंड सहलाया और कहा- जब वक्त आएगा, तब सीधे दही ही चखाऊंगा तुम्हें!
उसने कहा- अच्छा, तुम अपने मुर्गे की बात कर रहे हो। दिखाना जरा, कैसा है?
इस तरह से उसने मुझे लंड देखने की बात की।
पहले तो मुझे अजीब सा लगा क्योंकि मैंने आज तक किसी को अपना लंड दिखाया ही नहीं था।
पर वो अब मेरे मजाक को लेकर एकदम से संजीदा हो गई थी और लंड देखने की जिद करने लगी थी।
उसके ज्यादा कहने पर मैंने उसे अपना लंड दिखा दिया।
वो लंड देख कर मस्त हो गई और बोली- सच में काफी मस्त लंड है तुम्हारा!
मैंने कहा- तुम्हें पसंद आया?
वो बोली- हां बहुत पसंद आया। अब इसे सहलाते ही रहोगे क्या … ज़रा इसे हिला कर भी दिखाओ!
मैंने अपने लंड को उसके सामने मुठियाना शुरू कर दिया।
मेरे लंड से प्रीकम वाला चिकना रस उसको चमकाने लगा।
वो अपने होंठों पर जीभ फेरने लगी।
मैंने कहा- मुँह में लेना है क्या?
वो अपनी चूचियां मसलती हुई बोली- हां यार, इसको मुझे अपने मुँह में लेना है।
मैं हंसने लगा और मैंने कहा- अपना मुँह आगे लाओ, मैं इसे तुम्हारे मुँह में दे देता हूँ।
वो अपने मोबाइल में अपना मुँह आगे करती हुई जीभ से लंड को चाटने जैसा करने लगी।
मैंने भी मोबाइल को लंड के सामने कर दिया।
कुछ देर बाद उसको पता नहीं क्या हुआ कि उसने उसी वक्त मुझसे पूछा- मेरी देखोगे?
मैंने भी हां कर दिया।
उसने अपनी चूत दिखाई तो मेरे होश उड़ गए। सच में क्या चूत थी साली की!
उसने बिना लाग लपेट के मुझसे पूछा- कैसी लगी?
मुझे तो उसकी चूत देख कर ठरक चढ़ गई थी और मेरा लंड खड़ा होकर फनफनाने लगा था।
मेरे लंड में से और ज्यादा प्रीकम वाला लिसलिसा पानी निकलने लगा था।उसकी चूत एकदम गोरी थी और दोनों फांकें जुड़ी हुई थीं। बड़ी मस्त चूत लग रही थी।फिर उसने मुझसे कहा- मेरा ठुकाई करने का मूड हो रहा है।
जब एक लौंडिया चुदवाने की बात करे और लड़का हां न करे, तो समझो कि वो लड़का मर्द नहीं है।
मैंने हामी भर दी और हमने ठुकाई करने का प्लान बनाया।
उस दिन हम दोनों ने एक दूसरे के सामने अपना अपना आइटम हिलाया और पानी निकाल कर चैट खत्म कर दी।
दो दिन बाद सोनाली ने मुझे अपने घर आने का कहते हुए बताया- आज सब लोग बाहर जा रहे हैं। मैं घर में अकेली हूँ।मैंने कहा- ओके जान, मैं बस अभी निकलता हूँ।मैं करीब आधा घंटा में सोनाली के पास पहुंच गया।
उसके घर से करीब सौ मीटर दूर एक पान वाले की दुकान थी।मैं उधर खड़ा हो गया और एक सिगरेट सुलगा कर सोनाली को फोन लगाया।उसने मेरा फोन उठाया और बोली- कहां हो?
मैंने कहा- आ गया हूँ। तुम्हारे घर के पास एक पान वाले की दुकान पर खड़ा होकर सिगरेट पी रहा हूँ।
वो हंसने लगी और बोली- अकेले अकेले पी रहे हो?
मैंने कहा- तुम दरवाजा खोलो। मैं तुम्हारे लिए भी ले आता हूँ या इधर ही आने का मन हो, तो इधर ही आ जाओ।वो हंसी और बोली- नहीं तुम डिब्बी ले आओ। मैंने दरवाजा खुला छोड़ा है। तुम बस जरा जमाने की नजरें बचा कर सीधे अन्दर आ जाना।
मैंने कहा- ओके, रेडी रहना डार्लिंग। सीधे आकर चढ़ जाऊंगा।वो बोली- हां आ जाओ राजा। मैं एकदम रेडी मिलूँगी।
मैंने सिगरेट फैंक दी और उसके घर के बाहर पहुंच गया। एक बार इधर उधर देखा और सीधा अन्दर घुस गया।सोनाली ने गेट खुले रख छोड़े थे।
जब मैंने सोनाली को देखा तो देखता ही रह गया। वो तो मेरे सामने पहले से ही चुदवाने के लिए तैयार खड़ी थी। वो सिर्फ पैन्टी और ब्रा में थी।
मैं उसे देखता ही रह गया।
सोनाली ने इठलाते हुए कहा- अब देखते ही रहोगे या कुछ करोगे भी?मैं दरवाजा बंद करके सोनाली के करीब गया, तो उसने तुरंत ही मेरे होंठ से होंठ मिला दिए और चूसने लगी।साथ ही उसने मेरे लंड पर हाथ रख दिया और लौड़े को रगड़ने लगी थी।
मेरा लंड सोनाली को ब्रा पैंटी में देख कर पहले से ही फटने को तैयार था।सोनाली के चूचे 34 इंच के थे और मेरे सीने से रगड़ कर मुझे बहुत आनन्द दे रहे थे।
हम दोनों 15 मिनट तक किस करते रहे।
हमारी जीभें एक दूसरे के मुँह के रस से मस्त हो गई थीं।
आंखों में वासना के डोरे तैरने लगे थे।दीन दुनिया की हमें कोई परवाह ही नहीं थी।
चुम्बन के बाद सोनाली ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मेरा लंड पकड़ कर मेरी आंखों में देखने लगी।
मैंने उसे आंख मारी और लंड चूसने का इशारा किया।
वो एकदम से नीचे होकर लंड चूसने लगी।
मेरे लंड पर वो ऐसे झपटी थी जैसे न जाने कबसे लंड की भूखी हो और लौड़े को खा ही जाएगी।
वो मेरे लंड को बड़ी लज्जत से चाट चूस रही थी।
बार बार वह लंड के सुपारे पर जीभ फेरती और लंड को हाथ से पकड़ कर ऊपर को उठा कर जीभ से लंड की जड़ से लेकर सुपारे पर चाटती चली जाती।
फिर झटके से वापस नीचे आती और मेरे लंड की दोनों गोटियों को बारी बारी से मुँह में लेकर खींचती हुई चूसती।
उसके मुँह से लंड चुसवाने में मुझे जन्नत के सुख का अहसास होने लगा था।मेरी एक्स जीएफ़ ने अबतक मेरे लंड को इतनी मस्ती से कभी नहीं चूसा था।
मैं उसके सर पर हाथ रख कर अपने लंड से उसके मुँह को चोदने लगा था और वो भी एक पेशेवर रंडी की तरह मेरे लौड़े को अपने गले के अंतिम छोर तक लेकर चूस रही थी।
कुछ मिनट लंड चुसवाने के बाद मैं सोनाली को अपनी गोद में उठा कर उसके बेडरूम में लेकर गया।
वहां हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए और मैं उसकी चूत चूसने लगा।
Xxx facebook गर्ल ठुकाई से बेचैन होकर ‘आह उम्म आह’ जैसी मादक आवाजें निकालने लगी।
साथ ही साथ वो मेरा लौड़ा भी चूस रही थी।
कुछ देर बाद सोनाली कहने लगी- जान अब अपना केला मेरे अन्दर पेल दो।मैं सीधा हो गया और उसकी चूत पर लंड रगड़ कर उसे चोदने की स्थिति में आ गया।
सोनाली अपनी गांड उठा कर लंड लीलने को बेचैन थी।
मैंने एक ही शॉट में लंड अन्दर कर दिया। मेरा लंड ऐसे अन्दर घुसता चला गया, जैसे बुलंद दरवाजा हो।उसने पहले ही अपनी चूत का भोसड़ा बनवा रखा था।उस वक्त मैंने इधर उधर की फ़ालतू की बातों से मन हटाया और चूत चुदाई में मन लगाने लगा।
मैं आराम आराम से सोनाली की चुदाई करने लगा।
वो ‘आह उम्म आह ऊई …’ की आवाज निकालने लगी। वो कहे जा रही थी- मैं काफी दिनों से प्यासी थी। आज इसकी प्यास बुझा दो।
मैं भी कस कस कर जोश में तेज तेज धक्के पर धक्के लगाए जा रहा था और वो ‘आह आह आह की आवाज निकाले जा रही थी।चुदाई के साथ मैं उसके दूध दबाते जा रहा था।
सोनाली अकड़ने लगी और एकदम से उसने पानी छोड़ दिया।मैं लंड पेलने के साथ उसके चूचे पीने लगा और चोदता भी जा रहा था।
करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद मेरा और इसका पानी दोबारा से निकलने को हुआ।
हमारा एक साथ में ही रस निकला।
हम दोनों ने उस दिन तीन बार चुदाई की और साथ में सिगरेट पीकर मैं अपने घर आ गया।
उसके बाद मैंने न जाने उसे कितनी बार चोदा; मैंने सोनाली की गांड भी मारी।
वो ठुकाई कहानी मैं कभी किसी और दिन सुनाऊंगा।
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