गीता मैडम के साथ सेक्स कहानी
सेक्स कहानी
की सभी चूतों
को मेरे 6
इंच का औजार का
सलाम, मैं सेक्स
कहानी सेक्स
स्टोरीज
का पुराना पाठक
हूँ और 4 साल से
अपनी हिन्दी सेक्सी
स्टोरी लिखना चाह
रहा था, मगर समय
नहीं मिल पा
रहा था। मैं
27 साल का
हूँ और दिल्ली
में रहता हूँ। मैं एक साधरण कद काठी का 5 फुट 4 इन्च का इन्सान हूँ। फिलहाल मैं अपना व्यापार करता हूँ, यह कहानी मेरी तब शुरू हुई थी, जब मैंने 2007 में नोएडा की एक कम्पनी में जॉब शुरू की थी।
वैसे दोस्तो, मैं लिखने के मामले में थोड़ा आलसी हूँ इसलिए कोई गलती कहानी में हो जाए तो माफ कर देना।। मगर यह सेक्स कहानी है बिल्कुल सच्ची।
सन 2007 में मेरी एक गर्ल फ़्रेड थी दूसरे धर्म की… और उसकी शादी जून में उसके भाइयों ने कर दी क्योंकि उनको मेरे और उनकी बहन के संबंधों के बारे में पता लग गया था। इस वजह से मैं दो महीने तक डिप्रेशन में चला गया। उसके बाद मैंने सोचा मैं खुद का ही नुकसान कर रहा हूँ, तो मैंने मुम्बई की एक कम्पनी में की जॉब ज्वाइन कर ली।
इस कम्पनी में मेरी बॉस एक महिला थी। उसकी उम्र 35 साल थी, और उसका नाम गीता था। वैसे मेरी गीता से कोई मुलाकात नहीं हुई थी, मुझे तो कम्पनी के एच आर ने ज्वाइन करवाया था। चूंकि मैं सेल्स में था तो मेरी फील्ड जॉब थी और मुझे रोज की रिपोर्टिग मेल से देनी होती थी। तथा दिन में भी गीता मैडममुझे 2-3 बार फोन करके जानकारी लेती रहती थी।
जब दिन में गीता मैडमफोन करती थी तो कभी कभी मैं उदास रहता था, तो वो पूछने लगती कि आखिर क्यों दुखी लग रहे हो।
मैं अपनी गर्लफ्रेड को भुला नहीं पा रहा था, इसलिए कभी कभी रो लेता था। आखिरकार एक दिन गीता मैडमके ज्यादा पूछने पर मैंने सब बता दिया। उनके कहने पर एक दिन मैंने अपनी गर्लफ्रेड का नम्बर भी दे दिया और फोटो भी ईमेल कर दी।
अब जब भी गीता मैडमका फोन आता तो ज्यादातर बात गर्लफ्रेंड को लेकर ही होती और वो मुझे समझाती रहती थी। मैडम को मुझे से सहानुभूति हो गई थी। गीता ने मुझे अपना पर्सनल नम्बर भी दे दिया था और बोल दिया था कि तुम मुझे कभी भी कॉल कर सकते हो।
आफिस से छुट्टी के बाद गीता मैडमजब घर जाती थी, तो लोकल बस पर बैठ जाने के बाद मुझे काल करती थी और 40-45 मिनट मेरे से जब तक बात करती रहती थी।। जब तक उनका स्टाप नहीं आ जाता था।
अब वो मुझे शाम को 9 बजे के करीब 5-7 मिनट के लिए भी कॉल करती थी। जब उसके पति नहाने के लिए बाथरूम में जाते थे।
इतनी बातें जरूर हम दोनों में होती थीं, लेकिन अभी तक किसी ने किसी को प्रपोज नहीं किया था।
गीता मैडमके पति सरकारी जॉब में हैं, तो वो सुबह 6 बजे ड्यूटी पर चले जाते थे। उनके जाने के बाद गीता मैडममेरे से फोन पर एक घंटा बात करती थी।
ऐसे ही एक दिन हम दोनों सुबह फोन पर बात कर रहे थे तो गीता मैडमने पूछा कि तुमने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ सेक्स नहीं किया?
तो मैंने भी कहा- नहीं, सिर्फ फोन पर किया है।
यह सुनकर के गीता मैडमहैरान होते हुए बोली- ये सब फोन पर कैसे हो सकता है।। और यदि हो सकता है तो फिर आज मेरे साथ भी कर लो, लेकिन वादा करो तुम अपनी गर्ल फ्रेड को याद करके रोओगे नहीं, मैं तुम को खुश देखना चाहती हूँ।
यह सुन कर मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा और मैंने गीता के साथ फोन सेक्स चैट शुरू कर दिया। लगभग 25-30 मिनट में मैंने गीता को इतना उत्तेजित कर दिया कि उसकी पुददी पानी छोड़ चुकी थी।
गीता मैडमबहुत खुश थी और हैरान भी कि फोन पर भी सेक्स किया जा सकता है।
अब गीता मैडमजैसे ही घर से आफिस के लिए निकलती तो मुझे फोन करती और जब तक उनका आफिस नहीं आ जाता।। बात चलती रहती। ये सब छुट्टी के बाद भी चलता रहता था। अब यह सिलसिला रोज का हो गया था। फिर चार पांच महीने बाद ही मेरा कम्पनी के एम डी से मेरे कमीशन को लेकर पंगा हो गया और मैंने जॉब छोड़ दी, लेकिन गीता मैडमसे मेरी बात होती रही।
गीता मैडमअब मेरे से मिलने की जिद करने लगी थीं कि तुम अब जल्दी से मुम्बई आ जाओ और मुझ से मिल कर जाओ।
लेकिन मैं हमेशा टाल जाता था।
कुछ दिन के बाद गीता मैडमके पति का 10 दिन का ट्रेनिंग का प्रोग्राम लग गया तो गीता मैडमने मुझे बताया- मेरे हसबैंड दस दिन के लिए आउट ऑफ़ स्टेशन जा रहे हैं, अब मौक़ा अच्छा है, तुम आ जाओ।
मुझे भी लगा कि ऐसा मौक़ा बार बार नहीं मिलेगा, मैडम की पुददी मिलनी तो निश्चित ही थी, मैंने भी अपने ट्रेवल एजेन्ट से कह कर स्लीपर का टिकट बुक करा दिया और तय तारीख और समय पर मेरी ट्रेन मुम्बई पहुँच गई।
मैं भी पहली बार ही मुम्बई गया था। गीता मैडममुझे रिसीव करने आफिस से ही सीधे रेलवे स्टेशन आ गई थी।
अब तक हम लोगों ने एक दूसरे को देखा तो नहीं था, मगर मोबाईल की वजह से एक दूसरे को पहचानने में कोई परेशानी नहीं हुई। स्टेशन से हमने टैक्सी ली और सीधे हम गीता मैडमके घर पहुँच गए। मैं जब गीता मैडमके घर पहुँचा तो उनके दोनों बच्चे कोचिंग गए थे। मगर यह बात मुझे नहीं पता थी।
पानी पीने के बाद मैं खड़ा था तो गीता मैडममेरे ऊपर एक दम से हमला बोलते हुए मेरे होंठों पर किस करने लगी। थोड़ा सम्भलते हुए मैंने भी साथ देना शुरू कर दिया, मगर दो मिनट के बाद ही हम दोनों अलग हो गए।
उस शाम को तो मैडमके दोनों बच्चे खाना खाने के बाद सो गए लेकिन हम दोनों पूरी रात सिर्फ बातें करते रहे।। सुबह सोये।
अगले दिन मैडमने छुट्टी ले रखी थी। गीता के दोनों बच्चे स्कूल चले गए तो मैडमकिचन में कुछ बना रही थी। मैडम ने एक पतला सा होजरी का गाउन पहन रखा था वो भी ढीला ढाला सा… मैं गया और पीछे से उसे पकड़ लिया, मैं अपना 6 इंच का औजार उनकी गांड की दरार में छुआ कर उनकी चूचियां पकड़ कर मसलने लगा…
मैडम ने मुस्कुराते हुए पीछे देखा और बोली- बहुत बेसबरे हो रहे?
मैं बोला- मैडम चौदह घंटे बीत गए मुझे यहाँ आये हुआ और अभी तक कुछ नहीं हुआ, फिर भी कहती हो कि बेसबरे हो रहे हो? और कितना इम्तिहान लोगी मेरे सब्र का?
तो मैडमने एक हाथ से मेरे गाल को थपथपाते हुए कहा- तो चलो बेडरूम में चलते हैं।
मैं गीता को लेकर के बेडरूम में आ गया। मैंने गीता के होंठों को किस करना शुरू कर दिया। लगभग 3-4 मिनट के बाद मैंने गीता का गाउन उतार दिया और उस में से उसके 32 साइज के मम्मों को देख कर मैं हैरान था कि दो बच्चों की माँ और फिगर इतना मस्त।
खैर।। मैंने गीता की ब्रा भी उतार दी और मैंने उसके मम्मों पर किस करना शुरू कर दिया। दोस्तो क्या बताऊं यार गीता के चूचे पीते हुए मैं खुद को भूल गया। मैं उसके चूचे ऐसे पीने लगा जैसे मैं वर्षों का प्यासा हूँ। गीता अब सिर्फ पैंटी में थी।
गीता के मम्मों को चूसते चूसते मैंने अपना एक हाथ उन की पैंटी में घुसा दिया और मैडम की पुददी में उंगली करने लगा। मैडम की पुददी एक दम क्लीन शेव चिकनी लग रही थी, मुझे ऐसे लगा कि मेरा हाथ मक्खन पर फिसल रहा हो।
तभी गीता ने कहा- अपना 6 इंच का औजार भी मुझे देखने दो ना।
तो मैंने अपना लोअर नीचे करते हुए कहा- खुद ही निकाल लो। गीता ने मेरी चड्डी नीचे सरकाते हुए मेरा 6 इंच का औजार बाहर निकाल लिया।
मेरा 6 इंच का औजार देख के गीता खुश हो गई और बोली कि ये तो एक दम मेरे पति जैसा ही है, उतना ही लंबा और मोटा!
गीता मेरे 6 इंच का औजार को अपने नाजुक हाथ में पकड़ कर आगे पीछे करने लगी, मुझे बहुत मजा आ रहा था।
कुछ देर के बाद बाद मैंने गीता की पैंटी भी निकाल दी और गीता को बेड पर लेटा दिया। पूरी नंगी गीता मेरे सामने लेटी थी, मेरा 6 इंच का औजार उसका चिकना बदन देख कर सलामी दे रहा था, 6 इंच का औजार को हिलते देख मैडम ने उसे फिर अपने हाथों में पकड़ लिया और बोली- ये कुछ ज्यादा ही उतावला हो रहा है।
मैंने कहा- यार इसे अपना निशाना सामने दिख रहा है।
मैडम बोली- तो देर किस बात की है, आ जाओ!
मैंने कहा- इतनी जल्दी नहीं, अभी तो बहुत कुछ बाक़ी है।
फिर मैंने गीता से पूछा- घर में शहद नहीं है क्या?
तो गीता ने कहा- फ्रिज में है।। निकाल लाओ।
मैं रसोई में गया और शहद ले आया। मैंने थोड़ा सा शहद गीता की नाभि पर गिरा दिया और चाटने लगा। उसके बाद मम्मों और बगल में भी शहद डाल के चाटने लगा।
जब मैंने शहद गीता की जांघ पर और पुददी के अगल बगल में डाल कर अपनी जीभ घुमाई, तो गीता का पूरा शरीर कंपकंपाने लगा। गीता उत्तेजना के मारे कुछ बोल नहीं पा रही थी।
अब मैं गीता की जांघों और पुददी के अगल बगल में बड़ी तल्लीनता से चाट रहा था और साथ में मम्मों को भी दबा रहा था।
दोस्तो अब मैंने थोड़ा सा शहद सीचे मैडम की पुददी की दरार के बीच में टपकाया और जैसे ही मैंने अपनी जीभ की नोक गीता की पुददी में घुसाई, वैसे ही गीता की चीख निकल गई और ढेर गीता गाढ़ा चूतामृत निकल कर बाहर आ गया, जिसको मैंने शहद के साथ ही चाट लिया।
अब मैडम बेचैन हो गई, कहने लगी- बस अब बहुत खेल लिए, अब अपने शेर को मेरी गुफा में घुसा दो।
मैंने भी मैदन की तड़प को समझा और अपना शर्ट उतार दिया। लोअर और चड्डी तो मेरी पहले ही उतर चुकी थी। बनियान मैंने पहनी ही नहीं थी।
पूरा नंगा मैं पूरी नंगी लेटी मैडम के बदन के ऊपर आ गया। मेरा 6 इंच का औजार मैडम की पुददी पर दस्तक दे रहा था, मैंने कोई जल्द बाजी नहीं की, मैं आराम से मैडम के होंठ चूसने लगा, उनके मुख में अपनी जीभ घुसाने लगा। मैडम मेरी जीभ को चूसने लगी। लेकिन मैडम को चुदाने की बेचैनी हो रही थी तो वो खुद अपने हाथ से मेरा 6 इंच का औजार पकड़ कर अपनी पुददी पर लगाने लगी।
मैंने मैडम को जांघें चौड़ी करने को कहा, उन्होंने अपने पैर दायें बायें फैला कर अपनी जांघें खोल दी और मेरे 6 इंच का औजार का निशाना अपनी पुददी के छेद में सेट कर लिया। उन्होंने नीचे से अपने पुददीड़ उचकाये कि 6 इंच का औजार अंदर घुस जाए लेकिन ऐसे कैसे 6 इंच का औजार अंदर घुस जाता… जब मैंने ऊपर से एक झटका अंदर को मारा तो गीली पुददी में मेरा 6 इंच का औजार ऐसे घुस गया जैसे मक्खन में गर्म छुरी।
मैडम से मुख से निकला- उम्म्ह … अहह … हय … ओह …
बस इसके बाद गीता की चुत की दमदार ठोकई हुई लेकिन दोस्तो अब इससे ज्यादा मैं नहीं लिख सकता।। क्योंकि मेरे 6 इंच का औजार महाराज अपने रौ में आ गए हैं और इसको शान्त करना जरूरी है।