मामी को पति का सुख दिया 2
रिश्तों
में ठुकाई की
गर्म कहानी में
पढ़ें कि कैसे
मेरी मामी ने
मुझसे ओरल सेक्स
का मांग की
तो मैंने कियामामी
फिर और भी
बहुत सी फेंटेसी
हमने आपस में
पूरी की। मजा
लें!
इस हॉट सेक्स स्टोरी के पहले भाग
मामी सेक्स कहानीपार्ट एक
में आपने पढ़ा:
मामी की ठुकाई के बाद
मामी ने कहा- एक बात बताऊं बेटे … क्या तू वो करेगा?
मैंने कहा- हां मामी … तेरे लिए कुछ भी करूंगा।
मामी ने कहा- बेटे मैं वो अनुभव लेना चाहती हूँ, जिसमें औरत आदमी का पेनिस और आदमी औरत की चुत चाटता है। वो करना चाहती हूँ।
मैंने कहा- बस इतनी सी बात … उसको 69 की पोजीशन बोलते हैं।
फिर मैं मामी पर चढ़ गया। मैंने मेरा पेनिस मामी के मुँह में डाला और मैं मामी की चुत चाटने लगा। वैसा काफी वक्त चला, मैं फिर से झड़ गया। मामी मेरा पूरा पेनिस रस चाट, चूस कर पी गईं। मैं उनकी चुत का पानी चाट चूस कर पी गया।
फिर हम दोनों वैसे ही नंगे पड़े रहे, प्यार भरी बातें करते रहे।
अब वैसे भी सुबह के 4 बजने वाले थे, मामी ने कहा- चल अब सुबह का मीठा वाला सेक्स करते हैं, चल बाथरूम में करेंगे।
हमारे इस घर का बाथरूम छोटा था। घर की सब लाईट ऑफ थीं, बाथरूम की भी बंद थी … पूरा अंधेरा था।
मामी ने कहा- अब मैं तुझे सेक्स का असली मजा देती हूँ।
मैंने कहा- वो कैसे?
मामी- मैं घुटनों पर बैठ कर कुतिया बन जाती हूँ … तू भी कुत्ते जैसे मेरे ऊपर चढ़ जा और मेरी गांड में अपना पेनिस पेल दे।
मैंने भी वैसे ही किया। पहले शॉवर ऑन किया और पेनिस में साबुन लगा कर मामी की गांड में पेनिस पेल दिया।
मामी पहले तो चिल्लाईं और बोलने लगीं- उम्म्ह … अहह … हय … ओह … मर गई रे … आ … और जोर से … मजा आ रहा है … और जोर से घुसा अपना पेनिस मेरी गांड में … मार बेटा आज अपनी मामी की गांड मार … मजा आ रहा है मुझे … आह और जोर घुसा दे बेटा … और जोर से मार दे मेरी गांड … पूरी कर दे मेरी गांड ढीली बेटा … और जोर से चोद।
मैं बोला- हां मामी आज मैं पूरा पेनिस तेरी गांड में घुसा कर ही रहूँगा।
मैं जोर जोर से ठोके दे रहा था। मामी की गांड में पेनिस घुसाए जा रहा था।
फिर मैंने कहा- एक सवाल करूं मामी?
मामी ने कहा- हां कहो बेटा।
मैंने कहा- मामी तूने इतने सालों से सेक्स नहीं किया? सच बता और किसी से भी चुदवाया है?
मामी ने कहा- नहीं बेटे मैंने किसी से ठुकाई नहीं की … तेरे मोटे जवान पेनिस और मेरी प्यासी चुत की कसम खाकर कहती हूँ … मैंने कभी किसी से नहीं चुदवाया।
मैंने कहा- फिर तू अपनी सेक्स की प्यास कैसे बुझाती थी?
मामी ने कहा- जब मैं घर अकेली होती थी, तब अपनी चुत में उंगली डाल कर या गाजर मूली खीरा वगैरह डाल कर घंटों हस्तमैथुन करती थी। प्लीज़ अब तू बात मत कर, पेनिस को रोक मत। मेरी गांड मार … आह और जोर से मार।
मैंने ठोके और जोर जोर से मारे और कहा- मामी मुझे देखना है कि तू हस्तमैथुन कैसे करती हो।
मामी ने कहा- हां बेटा सब दिखाऊंगी … लेकिन कल … अब तू रुकना मत और मेरी जम के गांड मार … मैं काफी टाईम से सेक्स की प्यासी हूँ। मेरी प्यासी चुत और गांड काफी सालों से पेनिस की भूखी है। आज से तू मेरी चुत और गांड की भूख मिटा। मैं कल तुझे हस्तमैथुन का अच्छा शो दिखाऊंगी। प्लीज़ तू अब कुछ मत बोल और अपनी मामी की गांड मार।
मैं और जोर से पेनिस मामी की गांड में पेलने लगा। मामी की गांड बड़ी थी लेकिन बड़ी टाईट थी। मुझे मस्त लग रहा था। मामी की गांड ने मेरा पेनिस जकड़ कर रखा था।
फिर मैंने आखिरी ठोका दिया। मेरा पेनिस पूरा घुस गया। मामी भी जोर से चिल्लाईं। मेरे पेनिस ने मामी की गांड में पानी छोड़ना शुरू कर दिया।
मामी की गांड मेरे रस से पूरी भर गयी।
फिर हम दोनों खड़े हो गए, शॉवर लिया और बेड पर आकर नंगे ही एक दूसरे से चिपक कर सो गए।
दूसरे दिन सब नॉर्मल था। मैं मामी को किस करता, बीच बीच में उनके मम्मे दबाता।
दूसरे दिन मैं बेड पर था। एक गद्दा जमीन पर बिछा था। मामी ने घर की सब खिड़कियां बंद की और परदे लगा दिए। मामी जमीन पर बिछायी हुई गद्दी पर आ गईं। मैं अभी भी बेड पर ही था। मैंने देखा कि आज मामी ने साड़ी नहीं पहनी थी। उन्होंने एक टी-शर्ट पहनी थी। ये लंबी टी-शर्ट थी। टी-शर्ट कसी हुई थी। उसमें से भी उनके मम्मे उभर कर दिख रहे थे। उनके मम्मे बहुत बड़े थे। वो टी-शर्ट में थे, ब्लाउज जैसी दरार नहीं दिख रही थी, फिर भी मस्त लग रहे थे।
फिर उन्होंने कहा- आज कुछ म्यूजिक लगा।
मैंने एक सेक्सी सा म्यूजिक लगा दिया। जिसमें एक औरत सिसिया रही थी। फिर मैंने देखा कि मामी भी मेरे सामने लेटे लेटे अपने मम्मे हिलाने लगीं … कमर हिलाने लगीं। अपने मम्मों को शेक करने लगीं। अपने हाथों से अपने ही मम्मे दबाने लगीं। उनकी टी-शर्ट बड़ी थी, उनकी जाँघों तक थी। फिर उन्होंने अपने पैर फैलाये। मैंने देखा और समझ गया कि उन्होंने नीचे चड्डी या निक्कर नहीं पहनी थी।
फिर उन्होंने हल्के से टी-शर्ट को ऊपर करके अपनी चुत दिखायी और टी-शर्ट को अपने मम्मों के ऊपर कर लिया। वो अपने मम्मों को दबाने लगीं और चुत में उंगली डालने लगीं। वो अपनी गांड नीचे से उछाल उछाल कर अपनी उंगली अपनी चुत में डाल कर … और मम्मे दबाने लगीं।
ये करते वक्त वो मुझे कामुक नजर से देखने लगीं।
फिर उन्होंने टी-शर्ट को और ऊपर कर लिया। अपनी उंगली अपनी चुत में डाल कर … गांड को आगे पीछे करके जोर जोर से हस्तमैथुन करने लगीं।
वो देख कर मेरे पेनिस में भी जोश आ गया। मैं भी नंगा होकर अपना पेनिस हिलाने लगा।
थोड़ी देर में मामी ने एक गाजर को निकाला और अपनी चुत में डालना शुरू कर दिया।
मैं भी अपना पेनिस जोर जोर से हिलाने लगा। ये करते वक्त हम एक दूसरे को कामुक नजरों से देख रहे थे।
फिर उन्होंने मूली अपनी चुत में डाली और अन्दर बाहर करने लगीं। मैं भी अपना पेनिस और जोर जोर से हिला कर उन्हें कामुक निगाहों से देखने लगा और वो भी कामुकता से मुझे देखने लगीं।
अब तो उन्होंने और भी बड़ा खीरा निकाला और उसे अपनी चुत में डालना शुरू कर दिया। ये खीरा बहुत बड़ा था, वो उस खीरे को बड़ी नजाकत से चूत के अन्दर डाल रही थीं। कुछ ही देर में इतना लंबा और मोटा खीरा अब उनकी चुत में पूरा घुस गया था।
मामी ने फिर से खीरा बाहर निकाला और फिर से पूरा अन्दर अपने चुत में डाला … साथ में मुझे कामुक नजर से देखने लगीं।
काफी देर तक ऐसा ही होता रहा। मामी पूरा खीरा अपनी चूत में अन्दर बाहर डाल रही थीं। मैं भी वो देख कर हैरान था कि इतना बड़ा खीरा मामी की चूत में कैसे अन्दर जा रहा है।
मैंने और जोर से अपना पेनिस हिलाना शुरू कर दिया। मुझे अब अपनी उत्तेजना सहन नहीं हो रही थी, तो मैं झट से बेड से उतर कर जमीन में बिछायी हुई गद्दी पर आ गया।
एक दूसरे को कामुक नजर से देखते हुए मैं अपना कड़क पेनिस हिला रहा था और मामी जोर जोर से खीरा चुत में डाल रही थीं। हम दोनों में अब हस्तमैथुन की मानो प्रतियोगिता सी हो रही थी।
मैं जितनी जोर से पेनिस हिलाता, वो उतनी ही तेजो खीरा को अपनी चुत में घुसा रही थीं।
अब हम एक दूसरे को उत्तेजित कामुक नजरों से देखते हुए हस्तमैथुन करने लगे थे।
फिर उन्होंने खीरा जोर से बाहर निकाला, इसके साथ ही उनकी चुत से पानी निकलना शुरू हो गया। तभी मेरे पेनिस ने भी वीर्य फेंकना शुरू कर दिया। उनकी चुत से पानी और मेरे पेनिस से वीर्य की पिचकारी छूट पड़ी।
फिर हमने एक दूसरे को उत्तेजित कामुक नजरों से देखते हुए किस किया और लिपट कर एक दूसरे को गले लगा कर लेट गए।
मामी ने कहा- बेटे, आज से एक महीने तक हम खूब ठुकाई करेंगे। तुम मुझे खूब चोदना। हमारा ये एक महीना यूं समझो कि अपना हनीमून है। मैं चाहती हूँ तू ये पूरा महीना मेरे लिए ठुकाई के लिए रखे।
मैंने भी कहा- हां मामी, हम इस महीने में खूब ठुकाई करेंगे।
उस महीने में मामी ने दुल्हन जैसी साड़ी भी पहनी और मैं शादी के हार भी लाया। पति पत्नी की नई शादी में जैसे उनकी सुहागरात होती है, हमने वैसे भी ठुकाई की। उस महीने में मैंने मामी की खूब गांड मारी।
फिर एक महीने के बाद हमारा सेक्स थोड़ा कम हुआ। अब हम हफ्ते में 3 बार ठुकाई करते, लेकिन शनिवार की रात में पूरी रात सेक्स चलता।
मामी मुझे हफ्ते में 2 बार अपनी गांड मारने देतीं। हम एकदम पति पत्नी और गर्लफ्रेंड ब्वॉयफ्रेंड के जैसे रहने लगे।
थोड़े दिन के बाद मैंने सुना मामी किसी के साथ फोन पर बात कर रही थीं।
मामी किसी से बोल रही थीं- अरे कोई बात नहीं … आप आओ एक हफ्ते के लिए … मैं सब सैट कर देती हूँ। आप चिंता मत करो, मैं जैसा बोलती हूँ, वैसा करो। मैं सब सैट कर देती हूँ।
वो किसी को बुला रही थीं, वो भी एक हफ्ते के लिए। ये जानकर मैं थोड़ा निराश हो गया था।
फिर मामी थोड़ी देर के बाद फोन रख कर मेरे पास आके बैठ गईं।
उन्होंने कहा- बेटे एक बात करनी है। थोड़ी अजीब सी है … लेकिन तू ना मत बोलना।
मैंने कहा- कहो मामी क्या बात है?
मामी ने कहा- अपनी बड़ी बीजी चाची थोड़े दिनों के लिए एक हफ्ते के लिए हमारे घर रहने आने वाली हैं।
मैंने बोला- क्या मामी बुढ़िया को क्यों बुला रही हो?
मामी बोलीं- एक बात बताऊं, उसे भी सेक्स चाहिए, काफी सालों से उसके पति बीमार हैं, वो भी पेनिस की प्यासी हैं।
मैंने कहा- वो बड़ी हैं ना!
मामी ने कहा- हां वो 39 साल की हैं, लेकिन वो भी चुदक्कड़ हैं।
मैंने बोला- अच्छा वो कैसे?
मामी ने कहा- वो जब हमारे ससुर जी थे, तब उनसे सेक्स करती थीं। एक दो बार तो तेरे पापा ने भी … और उनके एक भाई ने भी उनको चोदा है। वो एक नंबर की चुदक्कड़ हैं, तुम्हें भी मजा आएगा। एक बात सुन, वो तुझे बराबर उत्तेजित करेंगी, तू नॉर्मल ही रहना। दूसरी बात उन्हें ऐसा सेक्स देना कि वो रो पड़ें। उन्होंने मुझे बहुत परेशान किया है। वो उस वक्त घर की बड़ी बहू थीं ना। एकदम सेठानी जैसी रहती थीं और मुझसे बहुत घर का काम करवाती थीं।
मामी के मुख से रिश्तों में ठुकाई की बातें सुन कर मैंने भी कहा- ठीक है।
थोड़े ही दिनों में बड़ी बीजी घर आ गईं। अब तक तो सब नार्मल था।
फिर ऐसा हुआ कि एक दिन मामी ने कहा- मैं थोड़ी देर के लिए बाहर जा रही हूँ … मार्किट में होकर आती हूँ।
जाते जाते उन्होंने बीजी से इशारा किया और कहा- इसका नहाना बाकी है … तुम दोनों नहा कर नाश्ता कर लेना।
मामी जाते जाते मुझे भी इशारा करके गईं।
फिर बीजी ने कहा- तुम नहा लो।
मैंने कहा- ठीक है।
मैं बाथरूम में गया, नहाते वक्त मैंने जानबूझ कर दरवाजा थोड़ा खुला रखा और मुठ मारने लगा। मुझे मालूम था बीजी देख रही हैं।
तभी वो और एक बाल्टी लाईं- अरे ये थोड़ा पानी और ले ले।
मैं उठ कर उनके सामने नंगा खड़ा हो गया। मुझे नंगा मेरा पेनिस देख कर वो पागल हो गईं। वो वैसे ही खड़ी खड़ी मेरा पेनिस देख रही थीं।
फिर मैंने उनका हाथ पकड़ा और बाथरूम में अन्दर कर लिया। उनका पल्लू निकाला और उनके मम्मों को दबाना शुरू कर दिया।
उनकी साड़ी ऊपर करके मैंने उनकी निक्कर निकाली और सीधा अपना पेनिस उनकी चूत में घुसेड़ दिया।
काफी वक्त तक हमारा सेक्स चला। बीजी ने कहा- मजा आ गया बेटे …
इसके बाद एक हफ्ता तक हम दोनों ने लगातार सेक्स किया। मैंने उनकी जम कर गांड मारी। फिर वो अपने गांव चली गईं।
थोड़े ही दिनों में उनका फिर फ़ोन आया। उन्होंने इस बार अपनी बेटी को भेजा। फिर मैंने उनके बेटी को पटा कर उसके साथ भी सेक्स किया। अब उनकी बेटी मेरी बीवी है।
आज मैं अपनी मामी, मेरी सासु माँ और मेरी उनकी बेटी, जो मेरी पत्नी है, उसे खूब चोदता हूँ।
जब भी सासु मां मतलब बीजी आती हैं, मेरे से जरूर चुदवाती हैं, लेकिन ये बात मेरी बीवी को आज भी पता नहीं है।
ऐसा हमारा फ़ैमिली सेक्स चल रहा है।
रिश्तों में ठुकाई की मेरी गर्म कहानी कैसे लगी?