मंगलवार, 21 नवंबर 2023

मौसी को टांग उठाकर चोदा पार्ट 2 | मौसी सेक्स कहानी

 मौसी को टांग उठाकर चोदा पार्ट 2 

मेरी मौसी सेक्स स्टोरी के इस भाग में पढ़ें कि कैसे मैंने मौसी को चोदा। मौसी ने मुझे एक दिन अपने घर बुलाया कि मौसी कि चूत ठुकाई करनी है तो अभी जाओ।



बेस्ट ठुकाई कहानी के पिछले भाग
मौसी को टांग उठाकर चोदा पार्ट 1
में आपने पढ़ा कि मेरी मौसी ने रात को फोन पर बातें करते हुए मुझे उत्तेजित कर दिया। अब हम दोनों सेक्सी बातें करने लगे। मौसी से बातें करते हुए मैंने मौसी को चोदा अपनी बातों सेअपने लंड की मुठ मारी और उधर मौसी की चूत को भी गर्म कर दिया।

मैंने अपने लंड का माल निकाल दिया था लेकिन मौसी की चूत अभी प्यासी रह गई थी। मैं मौसी से बात करते हुए मुठ मार कर सो गया। उस दिन मैंने उनको आई लव यू भी बोल दिया था जोश में।

मौसी भी मेरे साथ सेक्स करने के लिए जैसे पूरी तरह से तैयार थीं। उस दिन के बाद तो रोज हम दोनों के बीच में फोन पर सेक्सी बातें होने लगीं।
एक दिन सेक्स चैट करते हुए मैंने मौसी को खुले शब्दों में चोदने की बात कह दी।

उनको भी मेरी बात का जरा भी बुरा लगा। बल्कि वो कहने लगी- ठीक है चोद लेनामगर एक वादा करना पड़ेगा तुमको!
मैंने पूछा- बोलो मेरी सेक्सी मौसी। आपके लिए तो मैं कुछ भी करने के लिए तैयार हूं।
वो बोली- जब तक तुम्हारी शादी नहीं हो जाती, तब तक तुम्हें मेरी चूत को चोदना पड़ेगा।
मैंने कहा- अरे आप एक बार चूत चोदने का मौका तो दो। मैं आपकी चूत को फाड़ दूं तो कहना।
वो बोली- ठीक है। तो फिर सही मौके इंतजार करो और तैयार रहो।
मैंने कहा- जी बिल्कुल मैं तो तैयार हूं।

अब मौसी और मेरे बीच में लंड और चूत जैसी बातें खुल कर होने लगी थीं। मौसी ने भी बोल दिया था कि जितना खुल कर बात करेंगे उतना ही मजा आयेगा। इसलिए हम दोनों रोज रात को फोन पर गन्दी बातें करते हुए एक दूसरे को मजा देते थे।

काफी दिन ऐसे ही बीत गये थे। मगर अभी तक हम दोनों को मुलाकात करने का मौका नहीं मिल पाया था। मैं भी मौसी की चूत को चोदने के लिए बुरी तरह से तड़प रहा था। उधर मौसी भी मेरे लंड को अपनी चूत में लेने के लिए तड़प रही थी।

एक दिन सुबह ही अचानक मौसी का फोन गया।
मौसी बोली- मेरे राजा, अगर तुमको मौसी की चूत मारनी है तो आज शाम तक मेरे घर पर पहुंच जाना। आज मौका अच्छा है।
मैं बोला- ठीक है मौसी जी। मैं शाम तक आपके घर पर पहुंच जाऊंगा।

उस दिन मैं सोचने लगा कि अब बढ़िया मौक़ा हैअब मौसी को चोदा तो चोद लियानहीं तो पता नहीं मौक़ा मिले ना मिले!
अब घर वालों के सामने क्या बहाना किया जाये कि मैं मौसी की चूत मारने के लिए जा सकूं। अगर सीधा ही कहूंगा कि मैं मौसी के पास जा रहा हूं तो मां सौ सवाल करने लगेगी। इसलिए मैंने पढ़ाई का बहाना कर दिया।

मैंने मां से कहा- मुझे अपने एक दोस्त के यहां पर कुछ जरूरी काम से जाना है। मेरे कॉलेज का कोई प्रोजेक्ट है तो मैं रात को वहीं पर रहूंगा।
पढ़ाई की बात सुन कर मां ने कोई सवाल नहीं किया। मैं खुश हो गया। मैंने तुरंत मौसी के घर जाने की तैयारी कर दी।

शाम के 6 बजे तक मैं मौसी के घर पहुंच गया। उन्होंने जब दरवाजा खोला तो मैं उनको देखता ही रह गया। वो बिल्कुल तैयार होकर बैठी थी। मौसी ने हल्के गुलाबी रंग की साड़ी पहन रखी थी और उस पर काला ब्लाउज था। वो एकदम हीरोइन के जैसी दिख रही थी।

मौसी ने मुझे अंदर बुला लिया।
कुछ देर तक हम दोनों बैठ कर बातें करने लगे।
मैंने पूछा- मामा जी कहां गये आज?
वो बोली- वह काम के सिलसिले में एक सप्ताह के लिए बाहर चले गये हैं।

मैंने पूछा- और आपकी बेटी?
मौसी ने कहा- उसको मेरी मां अपने घर लेकर चली गई। कल ही मेरी मां आई थी। तुम्हारे मामा तो एक दिन पहले ही चले गये थे लेकिन बच्ची कल ही अपनी नानी के साथ गई है।

खुश होते हुए मैंने कहा- वाह, फिर तो मजा आयेगा। लेकिन आपने मुझे कल ही क्यों नहीं बुलाया?
मौसी ने कहा- मेरी मां कल शाम तक घर पर ही थी इसलिए नहीं बुलाया। लेकिन तुम बड़े उतावले हो रहे हो।

मैं बोला- हां मेरी रानी, तुम्हारी चूत चोदने के लिए मैं तो जैसे बरसों से प्यासा हूं।
वो बोली- हां मेरे राजा, मैंने भी तुम्हारी प्यास बुझाने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है।

उनकी बात पर मैंने पूछा- आपने क्या खास तैयारी की है?
वो बोली- तुम खुद ही देख लेना।
मैंने कहा- लगता है आपने कोई सरप्राइज़ रखा है मेरे लिये।
वो बोली- हां बिल्कुल।

मैंने कहा- तो फिर देर किस बात की है?
वो बोली- पहले कुछ खा लेते हैं उसके बाद शुरू करेंगे।
इतना कह कर वो उठ कर किचन में चली गई और केले का शेक बना कर ले आई।
मैंने कहा- इस टाइम पर शेक?

वो बोली- हां, तुम्हारे केले को एनर्जी देने के लिए बनाया है।
मैं बोला- मेरे केले में बहुत एनर्जी है।
इस बात पर मौसी बोली- वो तो रात में पता चल ही जायेगा मेरे राजा।
मैंने कहा- रात का इंतजार कौन करेगा मेरी रानी।

इतना कह कर मैंने मौसी को बांहों में भर लिया। उसके होंठों पर होंठ रख दिये और दोनों ही एक दूसरे से लिपटते हुए एक दूसरे के होंठों का रस पीने लगे। मैंने मौसी की साड़ी को उतारना शुरू कर दिया तो उसने मुझे रोक दिया।

पीछे हट कर बोली- पहले शेक पी लो।
तब तक मैं खाना तैयार कर लेती हूं। हमारे पास पूरी रात है अभी।
मेरा लंड मेरी पैंट में तन गया था। मौसी ने उस पर हाथ फेरते हुए कहा- ये तो अभी से उतावला हो रहा है।
मैंने कहा- बस मौसी, आपकी चूत का रस पीना चाहता है ये।

वो बोली- हां मेरे राजा, पहले खाना खायेंगे फिर सब कुछ करेंगे।
इतना बोल कर वो किचन में चली गई।

मैंने भी शेक का गिलास गटक लिया। मौसी के पीछे ही मैं भी किचन में चला गया। वो खाना बना रही थी। मैंने पीछे से जाकर मौसी की गांड पर लंड को लगा दिया।

उसको बांहों में भर कर उसकी गांड पर लंड को रगड़ने लगा। उसके चूचों को दबाने लगा।
मौसी ने बेलन दिखाते हुए कहा- इससे मारूंगी। अभी मुझे खाना बनाने दो।
मैंने मौसी की गांड पर लंड को सटाते हुए कहा- मेरा बेलन भी तैयार है मेरी रानी। चलो बेलन-बेलन खेलते हैं।

मौसी ने पलट कर मेरी पैंट के ऊपर से मेरे लंड को पकड़ कर खींच दिया। उसको हाथ में भींच कर उसका माप लेते हुए बोली- तुम्हारा बेलन तो वाकई कड़क है। क्या ये मेरी पाव रोटी को अच्छी तरह बेल पायेगा?
मैंने कहा- एक बार अपनी पाव रोटी के दर्शन तो करवाओ। उसको चोद-चोद कर लाल कर दे तो कहना।
वो बोली- ठीक है। पहले खाना खा लेते हैं।

हम दोनों ने साथ में बैठ कर खाना खाया।
मौसी ने अपने हाथ से मुझे खाना खिलाया। मैं मौसी के चूचों की क्लिवेज को ही ताड़ रहा था। उसके बाद मौसी किचन में बर्तन रख कर वापस गयी।

मैंने कहा- बस मौसी, अब और इंतजार नहीं हो रहा है। अब जल्दी से मेरे पास जाओ।
वो बोली- हां मेरे राजा। मैं भी इतनी ही बेचैन हूं। लेकिन उससे पहले तुम्हें एक और काम करना पड़ेगा।
उनकी बात पर मैंने पूछा- अब कौन सा काम रह गया है?

झांट साफ़ करके मौसी को चोदा

वो बोली- मेरी भट्टी पर थोड़ी सी घास रह गई है। पहले उसको साफ कर दो।
मैंने कहा- आह्हअभी कर देता हूँ उसकी सफाई।
इतना कहने पर वो बोली- ठीक चलो, रूम में अंदर।

मौसी मुझे अपने रूम में ले गई। अंदर जाते ही मैंने मौसी को चूसना शुरू कर दिया। उनके चूचों को दबाना शुरू कर दिया। वो भी मेरा साथ देने लगीं। फिर मौसी ने अलग होकर अपनी साड़ी को खोलना शुरू किया।

मैंने कहा- ये काम भी मैं ही कर देता हूं।
वो बोली- ठीक है।
मैंने पास जाकर मौसी की साड़ी के पल्लू को नीचे गिरा दिया। फिर उसके ब्लाउज के हुक खोल कर उसके ब्लाउज को अलग कर दिया।
उसने नीचे से काले रंग की ब्रा पहनी हुई थी जिसमें उसके चूचे भरे हुए थे।

मौसी की ब्रा को उतारते ही उनके चूचे एकदम से हवा में झूल गये। मैंने उनको हाथों में भर लिया और फिर उनके चूचों को पीने लगा। मौसी मेरे सिर को पकड़ कर अपने चूचों में दबाने लगी।
उसके बाद मैंने मौसी के पैटीकोट को भी खोल दिया। अब मौसी केवल पैंटी में रह गई थी।

जब मैं पैंटी को उतारने लगा तो मौसी ने मुझे रोक दिया। फिर वो पास ही के स्लैब से रेजर और क्रीम लेकर गयी।
मौसी ने अपनी पैंटी उतारी तो मैं देख कर हैरान रह गया। उसकी चूत के ऊपर के बाल आधे कटे हुए थे और आधे वैसे ही छोड़ दिये थे।

मैंने कहा- आपने इसे पूरी साफ क्यों नहीं किया?
वो बोली- तुमसे ही करवाना था।
मैं बोला- अच्छा जी, ठीक है। सफाई और ठुकाई दोनों ही मजे से कर दूंगा।

फिर वो अपनी टांगों को खोल कर बेड पर बैठ गई। मैं मौसी की टांगों के बीच में बैठ गया। मैंने मौसी की चूत पर क्रीम लगा दी। उसके बाद झाग बनने पर मैंने रेजर से मौसी की चूत को साफ करना शुरू कर दिया।

दो मिनट में ही मौसी की चूत बाल रहित हो गई। उसकी चूत से उत्तेजना के मारे पानी निकलने लगा था। मैंने मौसी की चूत में उंगली करनी शुरू कर दी। वो सिसकारियां लेने लगी। मैंने उंगली से मौसी को चोदा।

उसके बाद मैंने मौसी की चूत में जीभ डाल दी और उसको तेजी से अंदर तक साफ करने लगा। मौसी के मुंह से कामुक आवाजें निकलने लगीं -उम्म्हअहहहयओहबस करोआराम सेमेरे राजा।
मैं कई मिनट तक मौसी की चूत को चाटता रहा और इस बार जीभ से मौसी को चोदा।

जब उनसे रहा गया तो उसने मुझे पीछे धकेला और उठ कर मेरे कपड़े उतारने लगी। मौसी ने दो मिनट के अंदर ही मेरे सारे कपड़े उतार कर मुझे पूरा नंगा कर दिया।

नंगा होने के बाद उसने मेरे लंड को हाथ में लेकर सहलाते हुए मेरे होंठों को चूसा। मौसी के हाथ मेरे लंड को सहलाते हुए उनके होंठ मेरे होंठों से लार को खींच रहे थे। मैं भी मौसी के चूचों को कस कर दबा रहा था।

उसके बाद मौसी ने मुझे नीचे बेड पर बैठा दिया। अब वो मेरी टांगों के बीच में गई और मेरे लंड को मुंह में भर लिया। मेरे लंड को तेजी से चूसने लगी। मेरे मुंह से कामुक सिसकारियां निकलने लगीं। दो मिनट तक मौसी ने मेरे लंड को चूसा और फिर मैं उठ गया।

मैंने मौसी को बेड पर पटक दिया। उनकी टांगों को चौड़ी कर दिया। फिर अपने लंड को उनकी चूत पर लगा दिया और उनके ऊपर लेटता चला गया। मेरा लंड मौसी की प्यासी और गीली चूत में उतर गया। अब पल भर भी इंतजार किये बिना मैंने मौसी की चिकनी चूत में लंड के धक्के लगाना शुरू कर दिया।

आह्हमेरी रानीमेरी चुदक्कड़ मौसीतुम तो बहुत गर्म चूत की मालकिन हो!”
वो सिसकारते हुए बोली- हां मेरे राजा, अपने लंड से मेरी इस प्यासी चूत की प्यास बुझा दो। मैं बहुत दिनों से मस्त ठुकाई का मजा लेना चाह रही थी। तुम फोन पर ही मेरी चूत को गीली कर देते थे। आज जाकर इसको तेरा लंड नसीब हुआ है मेरे राजा।

मैं तेजी से मौसी की चूत को चोदने लगा। पांच-सात मिनट तक ठुकाई करने के बाद मैंने मौसी को घोड़ी बनने के लिए कह दिया। मैंने बहुत से पोर्न वीडियो में ये पोजीशन देखी हुई थी। इसलिए मेरे लंड की तमन्ना थी कि मैं मौसी की चूत में अपना पानी इसी पोजीशन में निकालूं।

अपनी इच्छा मौसी को बताई तो वो झट से घोड़ी बन गई।
मैंने मौसी की चूत पर लंड को रगड़ा और पीछे से उसकी चूत में लंड को पेल दिया। मौसी की चूत में लंड को घुसा कर तेजी से उसकी ठुकाई करने लगा।

अब हम दोनों ही ठुकाई के नशे में मदहोश हो चुके थे। मौसी की चूत को चोदते हुए बहुत मजा रहा था। पूरे कमरे में आह्हओहह् जैसी कामुक आवाजें गूंज रही थीं। पांच मिनट के बाद ही मेरे लंड का पानी निकलने के कगार पर पहुंच गया।

मैंने मौसी से बिना पूछे ही तीन-चार जोर के झटके लगाये उसकी पानी छोड़ रही चूत में अपना माल गिरा दिया। मौसी की चूत तो अपने जवान लंड के गर्म वीर्य से भर दिया मैंने।

उसके बाद हम दोनों ही बिस्तर पर गिर गये। उस रात मैंने मौसी की चूत की सफाई के साथ ही जम कर ठुकाई भी करी। रात भर मौसी की चूत को 3-4 बार चोदा। सुबह तक मौसी की चूत सूज कर लाल हो गई थी। उस दिन सुबह ही हम दोनों सोये।

रात भर की ठुकाई के बाद दोनों थक गये थे। उस दिन दोपहर तक मैं सोता ही रहा।

दोपहर को मां का फोन गया कि मैं अब तक घर नहीं पहुंचा हूं।
मैंने कहा- अभी थोड़ा काम बाकी है मां। शाम तक जाऊंगा।
उठने के बाद मैंने एक बार फिर से मौसी को चोदा और मैं अपने घर चला गया।

मैं फिर अगले दिन पढ़ाई का बहाना बना कर मौसी की ठुकाई करने पहुँच गया। इस तरह एक सप्ताह तक मैंने मौसी की प्यासी चूत को अपने लंड से चोदा और अच्छी तरह शांत किया।

उसके बाद मामा जी वापस गये। फिर मेरे कॉलेज भी खुल गये थे। इसलिए हम दोनों को मौका नहीं मिल सका। मगर जब भी कभी मौसी जी घर पर नहीं होते तो मेरी मौसी मुझे बुला लेती थी और हम ठुकाई के जमकर मजे लेते थे। जब भी मौसी ने बुलाया, मैं मौसी के घर गया और मौसी को चोदा पूरे मजे से!

तो दोस्तो, इस तरह से मैंने अपनी चुदक्कड़ मौसी को चोदा, उनकी चूत की सफाई और ठुकाई दोनों ही कर डाली।

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